Kedarnath Yatra in Hindi – केदारनाथ यात्रा 2023 की A to Z जानकारी ।

Kedarnath Yatra in Hindi – केदारनाथ यात्रा जो की भारत की सबसे दर्मिक और उत्तम यात्रा में से एक है । इस यात्रा पर जाना भारत के हर एक हिन्दू धर्म के व्यक्ति का सपना होता है । इस यात्रा पर श्रद्धालु भगवान शिव जी का दिव्य दर्शन कर पाते हैं । यात्री केदारनाथ की यात्रा का सुरुआत हरिद्वार , ऋषिकेश या फिर देहरादून से कर सकते हैं । यह यात्रा को श्रद्धालु पैदल चल के ही पूरा करना ज्यादा पसंद करते है लेकिन जो व्यक्ति को पैदल चलने में दिक्कत होती है उनके लिए हेलिकॉप्टर का भी सुविधा है पर उसके लिए कुछ पैसा देना होता है जिसके बारे में मैं आगे अच्छे से जानकारी दिया हूँ ।

इस यात्रा के दौरान यात्रियों को कुछ सावधानियों को ध्यान में रखना चाहिए , नहीं तो ये यात्रा थोड़ी कठिन हो सकती है । तो चलिए इस आर्टिकल के मध्यम से जानते है की केदारनाथ मंदिर का इतिहास , हरिद्वार , दिल्ली , ऋषिकेश और देहरादून से केदारनाथ की दुरी , केदारनाथ यात्रा के दौरान और कहाँ-कहाँ घूमें , केदारनाथ यात्रा पर जाने का सही समय , केदारनाथ मंदिर का खुलने और बंद होने का तारिक और समय , केदारनाथ में हेलिकॉप्टर बुकिंग की जानकारी और केदारनाथ कैसे पहुचें जैसे मुख्य सवालों को । Kedarnath Yatra in Hindi

केदारनाथ मंदिर का इतिहास – kedarnath temple history

Kedarnath Yatra in Hindi
Kedarnath Yatra in Hindi

केदारनाथ मंदिर भारत के उतराखंड राज्य के रुद्रप्रयाग जिले में स्तिथ है , हिमालय के गोद में बसा ये मंदिर अन्यंत धार्मिक माना जाता है । यह मंदिर बारह ज्योतिर्लिंग , चार धाम और पंच केदार में भी सम्मलित है । केदारनाथ मंदिर का इतिहास बहुत पुराना है , माना जाता है यह मंदिर महाभारत काल से ही इस जगह पर मौजूद है और इस मंदिर का निर्माण महाभारत काल में पांडवों के पौत्र महाराजा जन्मेजय द्वारा करवाया गया था । इस मंदिर में शिवलिंग स्थापित है जो की 3.6 फिट ऊँचा है पुरे मंदिर को पत्थरों से बनाया गया है । कहा जाता है केदारनाथ दर्शन से पहले जो व्यक्ति बद्रीनाथ यात्रा पर जाता है उसका यात्रा असफल जाती है उतराखंड में ये दोनों बद्रीनाथ और केदारनाथ दोनों ही मुख्य तीर्थ यात्रा है । केदारनाथ मंदिर धर्म और संस्कृति के दृष्टिकोण से बहुत ही महत्वपूर्ण है। यह मंदिर भारतीय धर्म और जीवन शैली का एक प्रतीक है। इस मंदिर को भगवान शिव जी का तपस्या स्थली के रूप में भी जाना जाता है।केदारनाथ मंदिर का महत्व इसलिए भी बढ़ता है क्योंकि यह बहुत ही कठिन पहाड़ी वाले क्षेत्र में स्थित है परंतु भक्तों की श्रद्धा और विश्वास इतना महत्वपूर्ण होता है कि वे इस मंदिर तक पहुंचने के लिए भगवान शिव के नाम पर सभी कठिनाइयों को भूल जाते हैं , और पुरे इस यात्रा के दौरान लोग भगवान शिव के नाम जप करते हुए आगे बढ़ते हैं । Kedarnath Yatra in Hindi

केदारनाथ की चढ़ाई : Kedarnath Ki Chadhai Kitni Hai


केदारनाथ की कठिन भरी चढ़ाई में गौरीकुंड से लगभग 16 से 18 किलोमीटर की कठिन यात्रा शामिल है, जिसके लिए टूर गाइड का आवश्यक होता है। यात्रा का समय लगभग 6 से 8 घंटे होता है, यह व्यक्तिगत स्वास्थ्य और मौसम की स्थितियों पर निर्भर करता है। यात्रा का मार्ग ढलान और मुश्किल होता है, क्योंकि केदारनाथ की ऊँचाई 3,583 मीटर (11,755 फीट) है। यात्री को शारीरिक रूप से तैयार और उच्च ऊँचाइयों में रहने योग्य अनुकूल होना आवश्यक है। 

हरिद्वार से केदारनाथ की दुरी – haridwar to kedarnath distance

हरिद्वार से केदारनाथ की दुरी लगभग 225 किलोमीटर है । हरिद्वार से केदारनाथ के लिए कोई सीधे रेल सेवा उपलब्ध नहीं है इसलिए आपको हरिद्वार से केदारनाथ बस द्वारा ही जाना होगा जो की हरिद्वार -ऋषिकेश -शिवपुरी-व्यासी-देवप्रयाग- श्रीनगर -रुद्रप्रयाग -सोनप्रयाग होते हुए केदारनाथ को जाती है फिर गौरीकुंड से आप अपना केदारनाथ के लिए पैदल यात्रा सुरु कर सकते है । इसी तरह से आप दिल्ली और देहरादून से केदारनाथ यात्रा की सुरुआत कर सकते है । दिल्ली से केदारनाथ की दुरी लगभग 450 किलोमीटर है और देहरादून से लगभग 265 किलोमीटर दूर है । Kedarnath Yatra in Hindi

केदारनाथ यात्रा के दौरान और कहाँ-कहाँ घूमें – Places to See in Kedarnath

केदारनाथ एक पवित्र और धार्मिक स्थल होने के साथ- साथ एक पर्यटन स्थल भी हैं , केदारनाथ यात्रा पर जाने वाले लोग उसके आस-पास के पर्यटन स्थल पर जाना भी पसंद करते है । केदारनाथ मंदिर के अलावा कुछ प्रमुख पर्यटन स्थल है जिसे आप केदारनाथ यात्रा के दौरान एक्सप्लोर कर सकते हैं । Kedarnath Yatra in Hindi

1. वासुकी तल – केदारनाथ से लगभग 6 किलोमीटर की दुरी पर स्तिथ ये झील प्राकृतिक रूप से बनी है , यहाँ पर आपको एक अलग ही शांति का अनुभव होगा और इसके आस-पास के खुबसूरत नज़ारे आपका मन जरुर मोह लेगा तो केदारनाथ मंदिर के यात्रा के बाद यहाँ एक बार जरुर घूम लें ।

2 . त्रिपुरसुंदरी मंदिर – केदारनाथ से लगभग 20 किलोमीटर की दुरी पर स्तिथ यह मंदिर भी अत्यंत धार्मिक है । यह मंदिर भी केदारनाथ मंदिर की यात्रा करने वाले यात्रियों को अपनी ओर एक आकर्षित जरुर करती है तो, आप इस मंदिर का भी दर्शन एक बार जरुर करें ।

3 . गौरीकुंड – केदारनाथ से लगभग 18 किलोमीटर की दुरी पर स्तिथ यह झील भी प्राकृतिक रूप से बनी है । माना जाता है इसी कुंड में माता पार्वती भगवान शिव को प्राप्त करने के लिए घोर तपस्या की थी और व्यापक रूप से यह भी माना जाता है क इ इसी जगह पर भगवान शिव जी माता पार्वती से शादी करने के लिए स्वीकार कियें थे । तो आप इस जगह का दर्शन भी एक बार जरुर कर सकते है ।

केदारनाथ यात्रा पर जाने का सही समय – best time to visit kedarnath

केदारनाथ यात्रा पर जाने का सबसे अच्छा समय मई से नवम्बर तक का होता है इस समय केदारनाथ मंदिर का कपाट पूरी तरह से श्रधालुओं के लिए खोल दिया जाता है इस समय यहाँ का मौसम भी काफी सुहाना होता है और श्रद्धालु को दर्शन करने में ज्यादा दिक्कत नहीं होती है । हालाँकि दिसंबर से लेकर अप्रेल तक यहाँ पर बर्फ़बारी होती है जिसके वजह से यहाँ पर श्रद्धालु को जाने नहीं दिया जाता है और इस मंदिर का दरवाजा भी इस समय बंद कर दिया जाता है । आप अपना यात्रा सुरु करने से पहले मौसम के अनुसार जरुरी सामान अवस्य साथ ले कर जाएँ । Kedarnath Yatra in Hindi

केदारनाथ मंदिर का खुलने और बंद होने का तारिक और समय – Kedarnath Opening & Closing Dates 2023

हर वर्ष की भाती इस वर्ष भी 25 अप्रेल 2023 को केदारनाथ धाम की कपाट को श्रधालुओं के लिए खोल दिया गया है । आप मंदिर में भगवान शिव जी का दर्शन सुबह के 4 बजे से शाम के 8 बजे तक दर्शन कर सकते है । शाम के 8 बजे इसकी कपाट बंद कर दी जाती है , और आप इसका दर्शन 2023 के नवम्बर महिना तक दर्शन कर सकते है इसके बाद इसे फिर से कुछ महीनो के लिए बंद कर दी जाएगी ।

केदारनाथ में हेलिकॉप्टर बुकिंग की जानकारी – kedarnath helicopter booking

केदारनाथ मंदिर की यात्रा के दौरान जो लोग शारीरिक रूप से लम्बे चढ़ाई के लिए असमर्थ है उनके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है । आप इसकी बुकिंग ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों तरीकों से करा सकते है, आप इस सेवा को आधिकारिक वेबसाइटों के माध्यम से भी बुक कर सकते हैं। हेलिकॉप्टर की सेवा बुकिंग करने के लिए आपके यात्रा के तारिक , समय और कुछ जरुरी डॉक्यूमेंट देना होता है । लेकिन सीजन के अनुसार इसकी कीमत अलग – अलग होता है । लेकिन कुछ अनुमानित कीमत इस प्रकार है ;- kedarnath helicopter price 

1 . हिमालयन हेलीकॉप्टर्स :- इस हेलीकॉप्टर सेवा की कीमत लगभग रुपए 3,000 से 5,000 तक होती है।

2 . उत्तराखंड हेलीकॉप्टर :- इस हेलीकॉप्टर सेवा की कीमत लगभग रुपए 4,000 से 6,000 तक होती है।

3 . हेली चार्टर उत्तराखंड :- इस हेलीकॉप्टर सेवा की कीमत लगभग रुपए 3,500 से 5,000 तक होती है।

 केदारनाथ दुरी चार्ट – kedarnath temple distance

यात्रा के शुरुआती बिंदु के आधार पर मंदिर की दूरी अलग-अलग होती है। यहां लोकप्रिय शुरुआती बिंदुओं से कुछ दूरी की चार्ट दी गई है :-
रुद्रप्रयाग से:-  रुद्रप्रयाग और केदारनाथ मंदिर के बीच की दूरी लगभग 75 किमी है।
हरिद्वार से:-  हरिद्वार और केदारनाथ मंदिर के बीच की दूरी लगभग 225 किमी है।
ऋषिकेश से:- ऋषिकेश और केदारनाथ मंदिर के बीच की दूरी लगभग 210 किमी है।
देहरादून से:- देहरादून और केदारनाथ मंदिर के बीच की दूरी लगभग 260 किमी है।
दिल्ली से:-  दिल्ली और केदारनाथ मंदिर के बीच की दूरी लगभग 450 किमी है।

पर यह ध्यान रखना बहुत महत्वपूर्ण है, कि केदारनाथ मंदिर की यात्रा के अंतिम चरण में गौरीकुंड से लगभग 14 किमी की चढ़ाई शामिल है। आपकी गति और शारीरिक फिटनेस के आधार पर इस ट्रेक में लगभग 6 से 8 घंटे लग सकते हैं।

केदारनाथ कैसे पहुचें – How to reach Kedarnath

  • रेलवे द्वारा :- केदारनाथ की सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन ऋषिकेश है जो की केदारनाथ से लगभग 216 किलोमीटर पीछे है फिर यहाँ से बस द्वारा आगे की यात्रा करनी होती है । ऋषिकेश के लिए देश के कई छोटे- बड़े शहरों से रेल सेवा उपलब्ध है ।
  • बस द्वारा :- ऋषिकेश और गौरीकुंड के लिए उतराखंड के कुछ प्रमुख शहरों जैसे हरिद्वार ,देहरादून , चमोली से बस सेवा उपलब्ध है । आप अपने शहर से यहाँ की प्रमुख शहर तक बस द्वारा भी पहुच सकते हैं ।
  • हवाई मार्ग द्वारा :- केदारनाथ की निकटतम हवाई अड्डा जॉली ग्रांट है जो की केदारनाथ से लगभग 238 किलोमीटर दूर है । Kedarnath Yatra in Hindi

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