ट्रेकिंग के शौक़ीन इन 7 जगहों पर जाने से खुद को रोक नहीं पते....

केदारकंठा  ट्रेक :- एडवेंचर की लिस्ट में सबसे ऊपर आता है ये केदारकंठा ट्रेक ,  यहाँ लोग इसके आसपास की खूबसूरती के साथ सूर्योदय और सूर्यास्त को भी निहारने आते है । 

 हम्पता पास ट्रेक :- कुल्लू घाटी के एक गाँव से शुरू होने वाला ये ट्रेक लाहौल और स्पीती घाटी के चटरू में जाके समाप्त होता है वाकई यहाँ ट्रेकिंग का कुछ अलग ही मज़ा है । 

ज़ोंगरी ट्रेक :- सिक्किम का ज़ोंगरी ट्रेक भारत का सबसे लोकप्रिय ट्रेक में से एक है । इस ट्रेक का शुरुआती और अंतिम बिंदु युकसोम है । 

स्पीती वेल्ली :- हिमाचल प्रदेश का जिला लाहौल स्पीति एक तरह से ठंडा रेगिस्तान है क्योंकि यहां बारिश कभी कभार ही बड़ी मुश्किल से होती है। स्पीती वेल्ली पर ट्रेकिंग करने का अलग ही मज़ा है ।

केदारनाथ :-  देश के बारह ज्योतिर्लिंगों में केदारनाथ धाम सबसे ज्यादा ऊंचाई पर बसा हुआ  है। वैसे तो लोग यहाँ धाम का दर्शन करने आते है लेकिन एडवेंचर के शौक़ीन यहाँ ट्रेकिंग करने आते है । 

रूपकुंड ट्रेक :- रूपकुंड ट्रेक लोहाजंग से 3200 मीटर की ऊंचाई पर शुरू होता है और आपको रूपकुंड नाम का झील तक ले के जाती  है जो की 5029 मीटर की ऊंचाई पर स्तिथ है ।

रुपिन पास ट्रेक :- भारत के चुनौतीपूर्ण ट्रेक में से एक है रुपिन ट्रेक , जो की गढ़वाल छेत्र में लगभग 15250 फिट ऊंचाई के साथ लगभग 7 दिनों का है ।