ये पुल भारत के मेघालय में स्तिथ है । 

Image Credit :-The Land Of wonderlust.

इस तरह के पुलों को लगभग 600 साल पहले यहाँ रहने वाली जनजातियों के पूर्वजों के द्वारा बनाया गया था ।

मानसून के बाढ़ में नदी पार करके एक गाँव से दुसरे गाँव जाने के लिए प्रयोग किया करते थे ।

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इस तरह के पुल निर्मित नहीं किये जाते , बल्कि  उगाये जाते है ।

एक बार बन जाने के बाद ये पुल 500 साल तक चलते है ।

इस पुल को रबर के पेड़ों के जीवित जड़ों और शाखाओं के उपयोग से बनाया जाता है । 

जड़ें समय के साथ बढ़ती है और ये मजबूत होती जाती है ।

ये पुल इतनी मजबूत होती है की इसपर से एक साथ 50 लोग पार हो सकते है । 

इस तरह की जीवित पुलें मेघालय में 100 ज्यादा मौजूद है ।  

इस पुल को यहाँ के स्थानीय लोगो के द्वारा " जिंगकिंग जेरी " के रूप में जाना जाता है ।