झारखण्ड के 10 अनोखे झरने, जिसपर झारखण्ड वाशी करते है नाज ।

झारखंड एक ऐसा राज्य है जो प्रकृति के आकर्सन से भरा हुआ है और इनमे कुछ झरने भी सामील है ,जिनको देखने लोग दूर-दूर  से आते है। ऐसे खूबसूरत झरने झारखंड के लगभग सभी जिले मे है ,जो अपनी खूबसूरती से पर्यटकों को रोमांचित केर देते है ।, झरने मे ऊचई से जमीन पर गिरते हुए पानी को देखना मन को एक सुकून देता है ।
झारखंड के वाटर्फ़ाल्स की खूबसूरती की मिसाल पूरे भारत मे दी जाती है । झारखंड मे एक से बढ़ कर एक खूबसूरत और आश्चरचकित करने वाले जलप्रपात मौजूद है , इन वाटर्फ़ाल्स की सुंदर्ता इतनी खूबसूरत है की यहा हर साल लगभर हजारों सैलानी सिर्फ वॉटर्फॉल की खूबसूरती देखने के लिए आते है ।

झारखंड के राजधानी रांची मे बहुत सारे वॉटर्फॉल होने के कारण रांची को लाँड़ ऑफ वॉटर्फॉल का दर्जा भी दिया गया है । जहा पर हर साल सबसे ज्यादा पर्यटक आते है, और जो झारखंड मे सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है ।

1. लोध जलप्रपात: Lodh waterfall.

लोध जलप्रपात झारखंड के लातेहार जिले मे स्थित है । लोध जलप्रपात महुवाड़ाड़ प्रखण्ड मुख्यालय से 17 किलोमीटर  ,नेतरहाट से लगभग 60 किलोमीटर, लातेहार से 107 किलोमीटर , और रांची से लगभग 218 की दूरी मे स्थित है । लोध जलप्रपात झारखंड का सबसे बड़ा और भारत का 21वा  सबसे बड़ा जलप्रपात है जिसकी उचाई लगभग 143 मीटर (469 फीट )है । लोध फॉल को बूढ़ा घाघ के नाम से भी जाना जाता है

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2. हुंडरू जलप्रपात: Hundru waterfall. 

हुंडरू फॉल रांची से लगभग 28 किलोमीटर की दूरी पर स्वर्णरेखा नदी पर स्थित है ।हुंडरू फॉल के उचाई लगभग 98 मिटर (320 फीट ) हुंडरू जलप्रपात झारखंड राज्य मे उचाई से गिरने वाला दूसरा सबसे बड़ा जलप्रपात है । यह वॉटर्फॉल झारखंड राज्य का प्रशीध वॉटर्फॉल है । हुंडरू फॉल रांची के सबसे लोकप्रिय पर्यटक स्थलों मे से एक है । इतनी उचाई से गिरने वाले पनि का सानदार दृश्य लंबे समाई से लोगों मे काफी प्रचलित है । इस प्राकृतिक झरने के उचाई से गिरने का लाभ झारखंड राज्य को पॉर्न बिजली के रूप मे विगत 50 सालों से मिलता आ रहा है ।

3. दसम जलप्रपात: Dasam  waterfall.

दसम फॉल झारखंड की राजधानी रांची से 40 किलोमीटर दूर रांची टाटा मार्ग पर तैमारा गाव के पास स्थित है । यहा कांची नदी 144 फीट की उचाई से गिरती है। यह खूबसूरत झरना प्रकृति नजारों से घिरा हुआ है । दसम फॉल मे लोग परिवार के साथ प्रकृति के खूबसूरती के निहारने फूचते है । बरसात के मौसम मे यह फॉल बहुत खतरनाक रूप धरण कर लेता है ।

4.पेरवाघाघ जलप्रपात: Perwagagh waterfall.

पेरवाघाघ खूंटी जिले के तोरप प्रखण्ड मुख्यालय से 16 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है । कबूतर व उचाई से मिलाकर बना है पेरवाघाघ शब्द । स्थानीय लोग बताते है की पेरवा का मतलतब कबूतर व घाघ का मतलब उचाई से गिरता पनि है। इन्ही दो शब्दों से मिलकर बना है पेरवाघाघ शब्द। यहा कोयल तथा करो नदी की संगन का पनि 50 फीट की उचाई से गिरता है । पेरवाघाघ मे दूर दूर तक फैले नदी उसमे खड़े बाडे बाडे चट्टान और उनसे टाकराकर बहती पनि यह दृश्य देख केर आँखे ठहर सी जाती है और कदम रुक जाते है । उचे पहडो और घने जंगलों के बीच स्थित पेरवाघाघ जलप्रपात के आकर्सन दृश्य का लुप्त उठाने दूर दूर से सैलानी पहुचते है ।

5. मोती झरना जलप्रपात:  Moti jharna waterfall.

मोती झरना झारखंड के साहेबगंज जिले मे स्थित है ।यह झरना राजमहल नामक पहरियों से तीन भाग मे विभाजित होकेर गिरता है जिसकी उचाई लगभग 50 मीटर(168 फीट ) है । यह साहेबगंज जिले के सबसे प्रशीध झरनों मे से एक है ,उचे -उचे पहाड़ और झरने के आस पास लगे केले के पत्ते और आस पास के हैरियाली इस जलप्रपात की सुंदर्ता मे चार चंद लगा देते है । इस झरने के पास ही एक शिवजी का मंदिर है जो गुफा के अंदर है जिसे मोती नाथ भी कहा जाता है इशी कारण आज इस झरने को मोती झरना के नाम से भी जाना जाता है ।

6. जोन्हा जलप्रपात: Jonha waterfall.

जोन्हा वॉटर्फॉल रांची झारखंड मे स्थित है , जिला मुख्यालय से इसकी दूरी लागभग 41 किलोमीटर है । जोन्हा फॉल तक पहुचने के लिए लगभग 700 से आधिक सीढ़िया बनी हुई है । जोन्हा फॉल तक पहुचने के लिए दो रास्ते है ,एक आप शॉर्टकट से थोर रिस्क ले करके जल्दी फॉल तक पहुच सकते हो ,और दूसरा थोर लंबा और घुमउदार है जो सीढ़ियों से बना हुआ है ।

7. भटिंडा जलप्रपात: Bhatinda waterfall.

भटिंडा वॉटर्फॉल धनबाद रेल्वे स्टेशन के केवल 14 किलोमीटर के दूरी पर स्थित है । यह कए लोगों के लीअ आदर्श पिकनिक स्पॉट है । यह प्रकृति प्रमियों के लीअ एक मनोरम स्थान है ,यह झरने शांति और उदासीन आकर्सन के भवना पैदा करती है । यह जगा हमे शांति और शांति पूर्ण परिवेश का अनुभव करने का मौका प्रदान करती है ।

8. हिरनी जलप्रपात: Hirni waterfall.

हिरनी फॉल रांची से लगभग 72 किलोमीटर की दूरी मे पश्चिम सुमभूम के बंधगाव मे स्थित है ,हिरनी फॉल के उचाई लगभग 300 फीट है । यहा दिसम्बर पहले सप्ताह से ही सैलानियों का आना आरंभ हो जाता है जो मार्च के अंतिम सप्ताह तक जारी राहता है । इसकी सुंदर्ता लोगों के काफी दूर-दूर के खिच कर ले आती है । लोग नये साल पर याहा अपने परिवार और अपने दोस्तों के साथ आते है । पहारियों के बीच गिरता झरना और हरे भरे पेड़ पौधों के बीच हिरनी फॉल मे पिकनिक का आनंद कई गुण बढ़ जाता है

9. तमासिन जलप्रपात: Tamasin waterfall.

तमासीन वॉटर्फॉल झारखंड राज्य के चतरा जिले की इटखोरी छेत्र के अंतर्गत स्थित है ,जो की चतरा से लगभग 32किलोमीटर की दूरी पर स्थित है यहा के प्राकृतिक सुंदर्ता देखते ही मन को मोह लेती है। आने वाले पर्यटक यहा के प्राकृतिक सुंदर्ता देख कर मंत्रमुक्त हूँ जाते है और अपनी सारी थकान भूल जाते है । तमासीन वॉटर्फॉल झारखंड के जंगलों और पहडो के बीच मुख्य रूप से बेहद खूबसूरत पिकनिक स्पॉट है , यहा झारखंड के अलावा कई जगहों से सैलानियों का भीड़ उमड़ता है । नए वर्ष के समय यहा काफी चहल पहल देखने को मिलती है ।

10. तिरु जलप्रपात: Tiru waterfall.

तिरु फॉल झारखंड के राजधानी रांची से पश्चिम के ओर लगभग 40 किलोमीटेर की दूरी पर बुरमु प्रखण्ड मे स्थित है । इस वॉटर्फॉल के उचाई लगभग 350फिट है । अपनी खूबसूरती और हसीन वादियों के कारण यह जल प्रपात लोगों के लिए एक बेहतर पर्यटक स्थल बन गया है । बुड़मु से बाहर जैसे रांची और अन्य जगहों से भी कई लोग यहा घूमने पहुचते है । यहा के मनोरम दृश्य, खूबसूरत वादिया और पहरों से गिरते झरने आपका मन मोह लेगा।

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